हर एक आँसू की क़ीमत अब तुम क्या जानो; हर एक आँसू की क़ीमत अब तुम क्या जानो;
आखिर कब तक तुम अपनी प्रेम गाथा सबके सामने गुनगुनाते रहोगे। आखिर कब तक तुम अपनी प्रेम गाथा सबके सामने गुनगुनाते रहोगे।
कुरुक्षेत्र का मूल कारण क्या था? जितने व्यक्तित्व, उतने विचार। इस प्रश्न पर हर बुद्धिजीवी का अपना दृ... कुरुक्षेत्र का मूल कारण क्या था? जितने व्यक्तित्व, उतने विचार। इस प्रश्न पर हर ब...
खोने के डर से आंसू भी बहा जाते हैं। कुछ रिश्ते ऐसे बन जाते है। खोने के डर से आंसू भी बहा जाते हैं। कुछ रिश्ते ऐसे बन जाते है।
तो जाति, धर्म कहाँ से आया ? वैसे ही आँसू का कोई धर्म नहीं। तो जाति, धर्म कहाँ से आया ? वैसे ही आँसू का कोई धर्म नहीं।
आंख मूँदकर विश्वास करना अब तू छोड़ दे, पूरे दरिया में आज फैल चुकी जहरीली लहर आंख मूँदकर विश्वास करना अब तू छोड़ दे, पूरे दरिया में आज फैल चुकी जहरीली लहर